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चाली अरे रे बिटु म्हारी कर सोलह सिंगार बराई माता
Mahesh Saini
चौथ मात का करलु रे बालम मैला में जाऊ
सालासर में बालाजी तो छम छम नाचे रे
चाली नखराली मार लार सजरयो
चाले ने नखराली घर में राड क्यु करी